Amazing Facts :-
1. ट्रेन में लगे Fan और Lights कभी चोरी क्यों नहीं होते हैं?
2. Ring Finger में ही ब्लड टेस्ट (blood test) क्यों किया जाता है?
3. इंजेक्शन की Needle को एक बार से ज्यादा इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता है?
4. हेलीकॉप्टर (helicopter) कैसे उड़ता है?
1. ट्रेन में लगे Fan और Lights कभी चोरी क्यों नहीं होते हैं?
ट्रेन में लगे फैन और लाइट्स को अगर कोई व्यक्ति घर लेकर आ गया तब भी वह फैन और लाइट्स घर की बिजली में नहीं चलेंगे।
ट्रेन में लगे Fan और लाइट को 110 वोल्ट की बिजली पर ही चलने में सेट कर दिया जाता है। 110 वोल्ट का करंट केवल और केवल रेलवे में ही आती है और हमारे घरों में बिजली 220 वोल्ट की होती है। इसलिए ट्रेन में लगे फैन और लाइट्स कभी चोरी नहीं होते हैं।
2. Ring Finger में ही ब्लड टेस्ट क्यों किया जाता है?
रिंग फिंगर (Ring Finger) में ही ब्लड टेस्ट क्यों किया जाता है क्या बाकी फिंगर में ब्लड नहीं होता?
● ऐसा माना जाता है कि Ring Finger की नस का संबंध सीधा हृदय (Heart) से होता है जिससे उस नस में ब्लड का Flow सही से होता है, इसलिए रिंग फिंगर में ब्लड टेस्ट किया जाता है।
● रिंग फिंगर में ही ब्लड टेस्ट करने के पीछे एक Scientific Reason यह भी है कि मिडल फिंगर की नस उंगली में नीचे होती है जिससे सुई को ज्यादा अंदर तक घुसाना पड़ता है। वहीं thumb, little finger छोटी होती है जिसमें सुई डालने पर दर्द ज्यादा होता है। इन्हीं सब कारणों की वजह से रिंग फिंगर में ही हमेशा ब्लड टेस्ट किया जाता है।
3. इंजेक्शन की Needle को एक बार से ज्यादा इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता है?
इंजेक्शन (Injection) की नीडल को एक बार से ज्यादा इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है और इसके पीछे का कारण यह होता है कि एक बार से ज्यादा इस्तेमाल करने से इंफेक्शन (Infection) का खतरा होता है।
Needle को एक से ज्यादा बार इस्तेमाल न करने को इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि जब हम needle को एक बार से ज्यादा यूज करते हैं तब नीडल का ऊपरी भाग मुड़ने लगता है और जितनी बार आप needle को यूज करेंगे वह उतना ही मुड़ने लगेगा और एक इंसान पर used needle का use करने से दर्द और घाव का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए needle को एक से ज्यादा बार इस्तेमाल न करने को कहा जाता है।
4. हेलीकॉप्टर (Helicopter) कैसे उड़ता है?
हर किसी के मन में यह जानने की जिज्ञासा जरूर होती है कि हेलीकॉप्टर(Helicopter), प्लेन(plane), पतंग(kites) कैसे उड़ते हैं? जैसा कि हम सभी जानते हैं हेलीकॉप्टर अपने पंखों के सहारे उड़ता है लेकिन ये पंखे काम कैसे करते हैं?
बचपन में जब हम पतंग उड़ाते थे तब हम देखते थे कि पतंग तेज हवा में आसानी से उड़ते हैं और एक ही जगह पर खड़े खड़े आराम से पतंग उड़ा सकते हैं, लेकिन जब हवा धीमी होती है तब पतंग उड़ाने में बहुत मेहनत लगती है पतंग का ऊपरी भाग उठा हुआ होता है जो इसे हवा के अनुकूल होने में मदद करता है। ठीक उसी प्रकार प्लेन के पंख भी उठे हुए होते हैं और हवा के अनुकूल होने के लिए रनवे (runway) में पहले चलते हैं।
ऐसे ही पंखे हेलीकॉप्टर में भी होते हैं पर हेलीकॉप्टर को उड़ने के लिए रनवे में दौड़ना नहीं पड़ता। हेलीकॉप्टर के पंखे अपने अक्ष (axis) में घूम कर हवा के साथ तालमेल बिठा लेते हैं और जब हेलीकॉप्टर के पंख अपनी जगह पर घूमते हैं तब प्रेशर डिफरेंट होने लगता है। पंख के नीचे अधिक तथा पंख के ऊपर कम प्रेसर बनता है जिसके कारण ऊपर की हवा नीचे आती है जिससे हेलीकॉप्टर को उठने में मदद मिलती है।
अगर हेलीकॉप्टर की ऊपर की पंख बस घूमे तब हेलीकॉप्टर एक ही जगह पर घूमने लगेगी हेलीकॉप्टर के आसानी से उड़ सकने के लिए हेलीकॉप्टर के पूछ पर Tail Roater लगाया गया।
हेलीकॉप्टर का रोटर जो कि Anti-clockwise घूमता है, न्यूटन के तीसरे नियम के अनुसार यहां एक विपरित बल लगता है जो कि हेलीकॉप्टर को Clockwise घुमाने लगता है। लेकिन Tail Roater हेलीकॉप्टर को घूमने से रोकता है जिससे हेलीकॉप्टर समान गति से उड़ता है।
लोहा कस पेड़ म , सोन कस फूल
चांदी कस फर म , पथरा कस झूल।।
उत्तर :- बबूल




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30 Second ka kartoon video banana hai sir,,, please bana dijiye..., 9575233236
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