बाइक को शैंपू से क्यों नहीं धोना चाहिए?
सारी में दोस्तों आपने भी यह अक्सर देखा होगा कि हममें से बहुत लोग बाल में उपयोग की जाने वाली शैंपू का इस्तेमाल करके बाइक को धोते हैं। लेकिन एक्सपर्ट्स बाइक धोने के लिए बाल में इस्तेमाल की जाने वाली शैम्पू को उपयोग करने से क्यों मना करते हैं?
आइए जानते हैं...
अगर आप भी अपने बाइक को शैम्पू से धोते है तो आप जल्द ही अपने बाइक के मेटल की ओरिजिनल चमक को खो देंगे। लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है?
मार्केट में मौजूद लगभग सारे ही शैम्पू में सोडियम, सल्फेट की मात्रा काफी ज्यादा होती है। जो कि हमारे शरीर के ऊपर उतना इफ़ेक्ट नहीं करता है जितना कि किसी मैटेलिक body के रंग पर। यहीं वो कारण है जिसके चलते आप अपने वेहीकल(गाड़ी) लंबे समय तक नॉर्मल शैम्पू से धोएंगे तब आप उसके ऊपरी चमकदार परत को बहुत ही जल्दी खो देंगे।
इतना ही नहीं बल्कि शैम्पू आपके गाड़ी के मेटैलिक पार्ट को भी खराब कर सकता है। इसलिए हमेशा बाइक के लिए ही बने washing liquid का इस्तेमाल करते हुए अपने बाइक को धोना चाहिए। अब आप finally यह जान गए होंगे कि आपको अपने बाइक को शैम्पू से क्यों नहीं धोना चाहिए।
सोने का सही तरीका जिससे नींद कभी नइ टूटेगी।
स्वस्थ शरीर के लिए अच्छी नींद सबसे ज्यादा जरूरी है, लेकिन कई ऐसे कारण है जिनके कारण नींद अक्सर बाधित होती है। जैसे पीठ या गर्दन में दर्द। खर्राटे आना या फिर पेट में एसिड बनना। सामान्य रूप से होने वाली ऐसी समस्याओं को दूर करने के उपाय...
1) जब खर्राटे आएं - साइड या पेट के बल सोएं, सिर को कुछ इंच ऊंचा रखें। इस तरह सोने से जीभ अथवा टिशू गले में नहीं चिपकते । गले में जीभ के चिपकने से सांस लेने में बाधा उत्पन्न करती है। इसी से खर्राटे आते हैं।
2) गर्दन की दर्द - पेट के बल सोने से बचें। गर्दन के नीचे एक से अधिक तकिए का प्रयोग ना करें। तकिए की ऊँचाई कंधे के ऊपर तक रखें। टॉवल को रोल कर लगाने से भी गर्दन के दर्द में राहत मिलती है।
3) पीठ दर्द - पीठ के बल लेटे, घुटनों के नीचे तकिया रखे, इससे रीढ़ का प्राकृतिक कर्व बना रहता है। शरीर का तनाव कम होता है और अधिक आराम के लिए कमर के नीचे टॉवल को रोल करके रख सकते हैं।
4) जब एसिडिटी हों - सोते समय सिर के नीचे ऊँचे तकिए के इस्तेमाल करें। यदि ऊँचे तकिए से समस्या है तब बिस्तर के नीचे कोई सहारा लगाकर सिरहाने को ऊँचा कर लें।
5) कंधे में दर्द - ऊंचा तकिया लगाए, पीठ के बल सोएं। यदि करवट लेकर सो रहे हैं तो छाती की ऊंचाई के बराबर तकिया रखकर दर्द वाले कंधे को उस पर रख लें। तकिए पर किसी व्यक्ति को गले लगाने जैसा दबाव डालें।
6) पैरों में ऐंठन - पैरों में ऐंठन वाली जगह पर सोने से पहले मसाज करें। हल्का स्ट्रेच करें। फिर भी यदि दर्द बना रहे तो हीटिंग पैड का उपयोग कर सकते हैं। इससे ऐंठन की समस्या दूर होती है।
फाँदे के बेर एक ठन,
ढीले के बेर दू ठन ।।
उत्तर:- दतवन

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