1. ज्यादातर सिक्कों को गोल ही क्यों बनाया जाता है?
आपने हमेशा या देखा होगा कि पूरी दुनिया में बनाए जाने वाले coins को गोल ही बनाया जाता है, पर आखिर ऐसा क्यों?
Coins को गोल बनाने के पीछे बहुत से कारण है। शुरुआती दौर में जब करेंसी का चलन शुरू हुआ था तब पेपर के नोट से पहले सिक्कों का चलन शुरू हुआ था। अलग-अलग देशों और अलग-अलग सदी में सिक्कों के लिए अलग-अलग मेटल का इस्तेमाल किया जाता था जिसमें से बहुत सारी मेटल बहुत ही ज्यादा कठोर होती थी और जैसा कि हम सब जानते हैं कि उस समय टेक्नोलॉजी ज्यादा विकसित नहीं थी जिसके कारण अगर सिक्कों को गोल के अलावा किसी और आकृति का बनाते तब उसके कोनों को curve का shape देना पड़ता जो कि उस समय की टेक्नोलॉजी के लिए पॉसिबल नहीं था। और अगर कहीं वह सिक्कों को दूसरी आकृति का बनाते तब बैग, पैकेट कहीं पर भी रखने पर उन्हें काट सकते थे। इसलिए खुद के हाथ और बैग में रखे सामान की सुरक्षा के लिए शुरुआती दौर से ही सिक्कों को गोलाकार आकृति कब बनाया जाता है।
2. पीएम मोदी किस तरह का मोबाइल इस्तेमाल करते हैं?
दोस्तों हमने कभी ना कभी तो यह जरूर सोचा होगा कि पीएम मोदी या देश के और भी बड़े नेता कौन सा मोबाइल यूज करते हैं?
हमने अधिकतर पीएम या देश के बड़े नेताओं के हाथ में किसी किसी फोटो में आईफोन देखा है और यह आईफोन इनका पर्सनल मोबाइल नहीं होता यह आईफोन बस अलग-अलग इवेंट्स या सेमिनार में फोटो क्लिक करने के लिए होता है। अब यहां यह सवाल है कि अगर बड़े नेता एक फोन का यूज नहीं करते तब किस फोन का यूज करते हैं।
सभी देशों के पीएम रेक्स फोन नाम के एक सेटेलाइट फोन का यूज करते हैं जिसके अंदर स्पेशल सॉफ्टवेयर को डाला जाता है जिससे उन्हें track या हैक करना इंपॉसिबल होता है। और इसके साथ ही बड़ी-बड़ी एजेंसी इस फोन पर निगरानी रखे रहती है ताकि उस फोन के डाटा और कॉल डिटेल लीक ना हो। ऐसा करना जरूरी भी होता है क्योंकि किसी भी देश के पीएम के ऊपर पूरे देश की सुरक्षा का दायित्व होता है।
भारत में इस तरह के फोन को भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड द्वारा बनाया जाता है। भारत के सारे पीएम और बड़े नेता अपने कार्यकाल के दौरान इसी फोन का इस्तेमाल करते हैं।
3. जुड़वा बच्चों की शक्ल एक जैसी क्यों होती है?
हमने हमेशा यह देखा है कि लगभग 99% जुड़वा बच्चों की शक्ल एक जैसी होती है लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है? शक्ल एक जैसे होने का मुख्य कारण है डीएनए का स्ट्रक्चर DNA पैटर्न से ही हमें यह पता चलता है कि किसी व्यक्ति की हाइट कितनी होगी उसकी शक्ल कैसी होगी और उसकी थिंकिंग थॉट प्रोसेस कैसा होगा।
DNA patterns हमारे शरीर में अरबों की संख्या में उपस्थित होते हैं और यही वह कारण है कि जिसकी वजह से अगर की किन्ही भी दो इंसानों के डीएनए अगर समान होते हैं तो उनके फेस की काफी हद तक समान होने की संभावना होती है भले ही उन दोनों इंसानों का आपस में कोई कनेक्शन ना हो। और अगर बात जुड़वा बच्चों की की जाए तो प्रारंभिक स्टेज पर गर्भ में सभी बच्चों का विकास एक कोशिका से होता है और उस कोशिका में बेबी का डीएनए पैटर्न पहले से ही store होता है। अगर किसी भी स्थिति में एक कोशिका दो कोशिका में विभाजित हो जाए तब उन दोनों कोशिका में सेम डीएनए पैटर्न पहुंच जाता है।
जब बेबी का डेवलपमेंट शुरू होता है तब दोनों के डीएनए पैटर्न एक दूसरे को कॉपी करना शुरू कर देते हैं और उनका डीएनए पैटर्न अलग अलग होने के बजाय लगभग सेम हो जाता है। इन दोनों बेबी को सेम टाइम में same न्यूट्रिशन मिलता है इस कारण हमें देखने को मिलता है कि दोनों बेबीस के फेस एक जैसे दिखने के साथ-साथ उनकी आदतें भी सेम होती है।
लेकिन अगर इनिशियल स्टेज में मां के गर्भ में 1 की जगह 2 कोशिका बनते हैं तो उन दोनों बेबीस का डीएनए स्ट्रक्चर अलग अलग होता है और यही वह कारण है कि बेबीस twins होने के बाद भी ना ही उनकी शक्ल आपस में मिलती है और ना ही आदतें।
न गोड़ न हाथ न मुँह न दांत
चाकर काया ले करे बात।।
उत्तर :- अखबार
1 Comments
Blogger.com
ReplyDelete