Amazing Facts :-
1. रेल की पटरी पर पत्थर क्यों होते हैं?
2. ATM में AC क्यों लगी होती है?
3. Airoplane में लगे लाइट का क्या मतलब होता है?
4. प्लास्टिक मनी (plastic money) क्या होता है?
1. रेल की पटरी पर पत्थर क्यों होते हैं?
जब हम ट्रेन में सफर करते हैं तब ट्रेन की पटरियों पर छोटे छोटे पत्थर या गिट्टी बिछे हुए देखते हैं। इन गिट्टियों को बिछाने के पीछे बहुत सारे कारण होते हैं।
सार में कहा जाए तो छोटे पत्थर स्लीपर को एक जगह पर रखने का काम करती है और कंक्रीट की स्लीपर पटरी के बीच के गैप को बनाए रखती है।
ट्रैक पर गिट्टी का उपयोग ही क्यों किया जाता है?
एक ट्रेन का वजन लगभग 10 लाख किलोग्राम से ज्यादा होता है। अगर हम गिट्टी के स्थान पर गोल पत्थर का उपयोग करते हैं तब ट्रेन के गुजरने के दौरान गोल पत्थर गोल घूम कर नीचे गिर जाएगी, जिससे ट्रैक और स्लीपर के लिए आधार नहीं बचेगा और पटरी ट्रेन के वजन को सह नहीं पाएगी जिससे दुर्घटना हो सकती है। इसलिए रेलवे ट्रैक के लिए हमेशा गिट्टी/नुकीले पत्थर का उपयोग किया जाता है।
रेलवे ट्रैक में पत्थर बिछाने के पीछे एक और कारण यह भी है कि पत्थर डालने से ट्रैक पर छोटे-छोटे घांस, पौधे नहीं उग पाते और घास पौधे जमने के साथ-साथ पानी को भी ट्रैक पर ठहरने से रोकता है। इन सभी कारणों से रेलवे ट्रैक पर गिट्टी नुकीले पत्थर बिछाए जाते हैं।
2. ATM में AC क्यों लगी होती है?
आपने देखा होगा कि एटीएम रूम में प्रायः AC लगी होती है। अगर आप सोच रहे होंगे कि एटीएम रूम में AC कस्टमर के लिए लगी होती है तो यह बिल्कुल गलत है। एटीएम रूम में ऐसी कस्टमर के लिए नहीं है बल्कि एटीएम मशीन के लिए लगी होती है।
एटीएम मशीन में एक इंटीग्रेटेड कंप्यूटर लगा होता है जो कि ट्रांजैक्शन प्रोसेस में मदद करता है और यह कंप्यूटर 24×7 चलते रहता है। 24×7 तक चलते रहने के कारण कंप्यूटर में लगे माइक्रोप्रोसेसर ज्यादा ताप सहन नहीं कर पाते और खराब होने का खतरा होता है जिसके कारण एटीएम रूम में AC लगा होता है।
3. Airoplane में लगे लाइट का क्या मतलब होता है?
एरोप्लेन में लगे लाइट को नेविगेशन लाइट (Navigation light) कहा जाता है। नेविगेशन लाइट का उपयोग रात में प्लेन का डायरेक्शन जानने के लिए उपयोग किया जाता है।
Red light लेफ्ट साइड और Green light राइट साइड और White light प्लेन के पीछे लगी होती है।
रात में इसी लाइट को देखकर ही प्लेन के डायरेक्शन का पता लगाया जाता है कि प्लेन राइट साइड में है या लेफ्ट साइड या फिर सीधा उसी डायरेक्शन में है।
4. प्लास्टिक मनी (plastic money) क्या होता है?
प्लास्टिक मनी :- प्लास्टिक मनी प्लास्टिक कार्ड को कहा जाता है इसे हम नोट की जगह इस्तेमाल करते हैं इसका इस्तेमाल करने वालों को अपने पास कैसे रखने की आवश्यकता नहीं होती है। उदाहरण :- डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, प्रीपेड कार्ड आदि।
प्लास्टिक मनी के द्वारा बिना कैश के खरीददारी या विभिन्न सेवाओं का आनंद ले सकते हैं। प्लास्टिक कार्ड में पहचान के लिए कार्ड धारक के हस्ताक्षर नाम या चित्र हो सकता है। कार्ड को ATM, इंटरनेट व बैंक द्वारा पढ़ा जा सकता है।
विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक कार्ड :-
डेबिट कार्ड (Debit Card) :- डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड की तरह होता है जो कार्ड धारक को सेविंग और करंट खाते के बदले पैसा उपलब्ध कराता है। इस कार्ड के द्वारा बैंक वही राशि उपलब्ध कराता है जो कार्ड धारक के अकाउंट में उपलब्ध होता है।
प्रीपेड कार्ड (Prepaid Card) :- यह ऐसा कार्ड होता है जिसमें उपयोग से पहले राशि जमा की जाती है और अपने आवश्यकता अनुसार राशि को लेनदेन के दौरान निकाल लिया जाता है।
प्रीपेड कार्ड दो प्रकार के होते हैं :-
(i) एकल उद्देश्य कार्ड (Closed loop card)
(ii) बहु उद्देश्य कार्ड (Open loop card)
रुपे कार्ड (Rupay Card) :- भारतीय मूल कार्ड है इस कार्ड को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने भारतीय बैंकों के इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के लिए बनाया है।
मास्टर कार्ड (Master Card) :- मास्टर कार्ड एक मल्टीपल फाइनेंसियल कार्ड होता है। यह एक ऐसा एटीएम कार्ड होता है जो किसी भी बैंक एटीएम पर मान्य होता है। इस कार्ड की सहायता से हम Online Shopping, Online Payments कर सकते हैं। कहा जाए तो मास्टर कार्ड का उपयोग हम आसानी से कहीं भी कर सकते हैं इसलिए इसे मास्टर कार्ड कहा जाता है।
बन ले लानेव बेंदरी , ओकर छेदेव कान
दूध भात के भोजन करेंव , फेक देव मैदान
उत्तर :- पतरी
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1 Comments
बहुत सुंदर साहू जी
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