Amazing Facts :-
1. बादल(clouds) का वजन कितना होता है?
2. रेल(train) की पटरियों के बीच खाली जगह क्यों छोड़ी जाती है?
3. ट्रेन(train) के सामने कोई आ जाने पर लोको पायलट(loco pilot) ट्रेन क्यों नहीं रोकता?
4. पुस्तक(book) की लाइन थोड़ी जगह छोड़कर शुरू होता है, क्यों?
1. बादल(clouds) का वजन कितना होता है?
बादल हमें दिखने में हल्के लगते हैं क्योंकि बादल आसमान में उड़ते रहते हैं पर बादल वास्तविक में भारी होते हैं। पानी की छोटी-छोटी बूंदे एक बड़े क्षेत्र में फैले होने के कारण बादल हमें हल्के लगते हैं।
बादलों का वजन हाथियों(elephant) के वजन से भी ज्यादा हो सकता है।
1 क्युमुलुस cloud का घनत्व - 0.5gm/cubicmeter
1 क्युमुलुस cloud का average weight - 50,000kg/1.1million pound
कपासी बादल (Cumulus cloud) :-
कपास के ढेर जैसा दिखने के कारण इसे कपासी बादल कहते हैं।
बादल कैसे बनते हैं?
वायुमंडल में हवा और पानी की बूंदे जब एक साथ मिलती है तब बादल का निर्माण होता है। पानी की यह बूंदे बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़ों के रूप में भी हो सकती है। बादल तब बनता है जब तापमान बहुत ही ज्यादा ठंडा होता है, इतना ठंडा की हवा वाष्प के कण को बर्फ में बदल देती है और बर्फ के यह छोटे-छोटे कण हवा के साथ मिलकर बादलों का निर्माण करती है।
बादल = हवा (धूल के कण) + पानी/ वाष्प/ बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़े
इतने वजन के बाद भी बादल नीचे क्यों नहीं गिरते?
भारी होने के बावजूद भी बादल नीचे इसलिए नहीं गिरते क्योंकि बादल हवा में बनते हैं और इनमें पानी की छोटी छोटी बूंदे होती है यह बूंदे इतनी छोटी होती है कि इन पर गुरुत्वाकर्षण(gravity) का कोई प्रभाव नहीं पड़ता इसलिए बादल इतने वजनी होने के बाद भी नीचे नहीं गिरते हैं।
2. रेल की पटरियों के बीच खाली जगह क्यों छोड़ी जाती है?
रेलवे ट्रैक को जब भी बनाया जाता है तो दो पटरियों के बीच में थोड़ी सी जगह छोड़ दी जाती है। पटरियां लोहे से बनी होती है और लोहे के सामान्य स्वभाव के कारण ही पटरियों के बीच जगह छोड़ दी जाती है। दरअसल गर्मी के दिनों में लोहा फैलता है और सर्दियों में सिकुड़ता है। अगर हम पटरियों के बीच में जगह नहीं छोड़ेंगे तो गर्मियों के दिनों में पटरियां फैलने के कारण मुड़ सकती है, जिससे ट्रेन हादसा हो सकता है। इसलिए पटरियों के बीच में जगह छोड़ दी जाती है।
भारतीय रेलवे(indian railway) एशिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क(railway network) और विश्व का चौथा रेल नेटवर्क है।
दुनिया के 5 बड़े रेल नेटवर्क (top 5 rail network in the world) :-
अमेरिका - 250000 km
चीन - 100000 km
रूस - 85500 km
भारत - 65000 km
कनाडा - 48000 km
3. ट्रेन के सामने कोई आ जाने पर लोको पायलट ट्रेन क्यों नहीं रोकता?
ट्रेन के सामने किसी जानवर या फिर मनुष्य के आ जाने पर भी लोको पायलट ट्रेन की इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को नहीं रोक पाता।
कारण :-
ट्रेन के अचानक से ब्रेक लगाने पर ट्रेन पटरी से नीचे आ सकता है, जिससे जनधन की हानि हो सकती है। चलती हुई ट्रेन को उसके स्पीड के हिसाब से रोका जाता है।
जैसे - ट्रेन अगर 100 km/h की स्पीड से चल रहा है तब उसे 800 मीटर की दूरी से ही ब्रेक लगाया जाता है। ट्रेन अगर 80 km/h की स्पीड से चल रही हो तब उसे 600 मीटर की दूरी से ही ब्रेक लगाया जाता है।
4. पुस्तक की लाइन थोड़ी जगह छोड़कर शुरू होता है, क्यों?
हम सभी जानते हैं कि पुस्तक किताब बांस (bamboo) से बनते हैं और हमें अपने कॉपी किताब का एक-एक जगह का उपयोग करना चाहिए। यह सब जानते हुए भी हम देखते हैं कि पुस्तक में लाइन का प्रारंभ थोड़ी जगह छोड़कर होता है।
प्राचीन काल में किताबों की छपाई होती थी तब किताबों में के पंक्ति की शुरुआत बिना कोई जगह छोड़े होता था। यदि गलती से चूहा किताबों को कुतर देता था, तब जरुरी जानकारी को लोग खो देते थे क्योंकि चूहे पुस्तको को कुतरना किनारों से ही शुरु करते थे। चुहों के कुतरने से जरुरी जानकारी खोने से बचने के लिए लोगों ने पुस्तकों में पंक्ति की छपाई थोड़ी जगह छोड़कर शुरू की।
यह सुनने में थोड़ा अजीब कारण है पर सच है कि चूहों के कुतरने से जरुरी जानकारी खोने से बचने के लिए पुस्तकों के किनारो में जगह छोड़ने की शुरुआत की गई।
सावन भादो खूब चले , माघ पूस म थोरी ,
अमीर खुसरो कहन लागे , बुझ पहेली मेरी??
उत्तर :- नाला




3 Comments
Very amazing information for this blog keep growing bro..
ReplyDeleteBahut bahut dhanyawad Bhai asnshe age age badhat raha
ReplyDeleteBhai sahu mja aage yrr jankari le bhare he tor blog ha bhai reply kr de kr time nikal ke ga
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