ऐसा खाद्य पदार्थ जो हज़ारो सालों तक खराब नही होता?

1. ताश के पत्तो से दिमाग कैसे बढ़ेगा?

ताश के पत्तों में जो राजा होते हैं वे इतिहास के किसी न किसी राजा को दर्शाते हैं:-
Spades (हुकुम)    -    किंग डेविड
Clubes (चिड़ी)      -   सिकंदर महान
Hearts (पान)        -   शारलेमेन
Diamonds (ईट)   -   जुलियस सीजर


ता
श के एक पूरे सेट को पैक या डेक कहा जाता है, जिसमें 52 पत्ते होते हैं या चार अलग-अलग रंग (colour) के 13-13 पत्ते होते हैं। एक रंग के पत्ते के सेट में 'एक्का' से लेकर 'किंग' तक के पत्ते होते हैं।

एक खेल के दौरान एक बार में एक खिलाड़ी द्वारा उठाए गए पत्तों के सबसेट को 'हैंड' कहा जाता है।

भारत में ताश की शुरुआत:-
भारत में ताश का खेल शुरू करने का श्रेय मुगल बादशाह बाबर को जाता है।

दिमाग की शक्ति को बढ़ाता है:-
ताश एक ऐसा गेम होता है जो इंसान के दिमाग को बहुत ही तेज करता है और सोचने पर मजबूर करता है। वैसे तो ताश के खेल को लोगों ने पैसों का खेल बना दिया है लेकिन यह एक तरह से दिमाग को बढ़ाने वाला खेल है। अगर इसे सही तरीके से खेला जाए तो हम मनोरंजन के साथ-साथ अपने ब्रेन पावर (दिमाग की शक्ति) को भी बढ़ा सकते हैं।


2. राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े तथ्य :-

भारत के राष्ट्रीय ध्वज को तिरंगा के नाम से संबोधित किया जाता है जो कि 3 रंगों को दिखाता है केसरिया, सफेद, और हरा।


● अशोक चक्र के स्थान पर पहले चरखे का चित्र राष्ट्रीय ध्वज में होता था।

● भारत का अकेला मंदिर 'पहाड़ी मंदिर' जो कि रांची में स्थित है वहां तिरंगा फहराया जाता है।

● तिरंगे को फहराने के लिए हमारे देश में नियम कायदे निर्धारित किये गए है जिसे 'फ्लैग कोड ऑफ इंडिया' (भारतीय ध्वज संहिता) कहते हैं। 

● यदि किसी व्यक्ति को तिरंगा फहराने में दोषी पाया गया तो उसे 'फ्लैग कोर्ट ऑफ इंडिया' के तहत जेल भी हो सकता है।

● तिरंगा हमेशा 3:2 के अनुपात में होना चाहिए। अशोक चक्र के लिए कोई माप तय नहीं है, उसमें सिर्फ 24 तीलियां होनी चाहिए।

● तिरंगे का उपयोग कभी सजावट के कार्यों के लिए नहीं किया जाता।

● तिरंगा किसी भी स्थिति में जमीन को स्पष्ट नहीं करना चाहिए।

● तिरंगे पर कुछ भी लिखना गैरकानूनी होता है।

● तिरंगे का उपयोग कभी किसी यूनिफार्म के लिए नहीं किया जाता।

● किसी भी अन्य झंडे को तिरंगे के ऊपर या बराबर नहीं रखा जा सकता


3. ऐसा खाद्य पदार्थ जो हज़ारो सालों तक खराब नही होता?

शहद गले में खराश को कम करने और खांसी को शांत करने के लिए प्राकृतिक उपचार है। शहद औषधि प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है। शहद का उपयोग कटन, जलन, संक्रमण, पेट के अल्सर सहित विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। शहद में शरीर को ऊर्जा देने के लिए पानी, विटामिन, मिनरल्स और आवश्यक एंजाइम होते हैं।


मनुष्य हजारों वर्षों से शहद का उपयोग करता आ रहा है। स्पेन में एक प्राचीन गुफा के चित्र में एक मानव को छत्ते से शहद निकालते हुए दिखाया गया है।

शहद इकलौता ऐसा खाद्य पदार्थ है जो कि हजारों सालों तक खराब नहीं होता। यह पदार्थ प्राकृतिक रूप से अम्लीय और नमी में कम है, जिससे यह बैक्टीरिया के लिए एक दुर्गम वातावरण बना देता है। कई हजार साल पुरानी मिश्र की बादशाह के कब्रों में खाद्य शहद पाया गया। शहद को जब वैज्ञानिकों द्वारा चखा गया तब भी वह स्वादिष्ट था, बस उसे थोड़ा गर्म करने की जरूरत थी। जब शहद को एक वायुरुद्ध कंटेनर में सील किया गया जाता है तब शहद को कई सालों तक रखा जा सकता है।

शहद प्राकृतिक घरेलू उपचार में एक लोकप्रिय घटक है। व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों में शहद का उपयोग किया जाता है।



करिया गाय के करिया बछरू,
रह गे गाय बिचक गे बछरू??


उत्तर :- बंदूक


करिया गाय के करिया बछरू (काले कलर का बंदूक और उसकी गोली) रह गे गाय बिचक गे बछरू (बंदूक वहीं का वहीं है और गोली निकल के दूर चला गया।

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